9 Jun 2025, Mon

Akshay kumar
प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि
अक्षय कुमार का जन्म 9 सितंबर 1967 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। उनका असली नाम राजीव हरिओम भाटिया है। उनके पिता हरिओम भाटिया एक सैन्य अधिकारी थे और माँ अरुणा भाटिया एक गृहिणी थीं। अक्षय का बचपन दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में बीता और बाद में उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया, जहां वे अंधेरी के पास रहते थे।

अक्षय की शिक्षा डॉन बॉस्को स्कूल, मिरा रोड में हुई। इसके बाद उन्होंने गुरुनानक खालसा कॉलेज, मुंबई से स्नातक किया, लेकिन पढ़ाई में उनकी दिलचस्पी ज़्यादा नहीं थी। वे खेलों और मार्शल आर्ट्स में अधिक रुचि रखते थे। उन्होंने किशोरावस्था में ही मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी और बाद में बैंकॉक (थाईलैंड) चले गए, जहां उन्होंने मार्शल आर्ट्स में ब्लैक बेल्ट हासिल किया और कुक का काम भी किया।

फिल्मी करियर की शुरुआत
अक्षय कुमार का फिल्मों में आने का सफर आसान नहीं था। शुरुआती दौर में उन्होंने बैकग्राउंड डांसर और मॉडल के रूप में काम किया। एक बार एक मॉडलिंग असाइनमेंट के दौरान किसी ने उन्हें फिल्मों में किस्मत आजमाने की सलाह दी। उन्होंने कई ऑडिशन दिए और संघर्ष किया। अंततः उन्हें 1991 में फिल्म सौगंध में पहला बड़ा ब्रेक मिला।

हालाँकि सौगंध ने कोई खास कमाल नहीं किया, लेकिन 1992 की फिल्म खिलाड़ी ने उन्हें बॉलीवुड में पहचान दिलाई। यह फिल्म न केवल हिट हुई, बल्कि अक्षय को “खिलाड़ी” नामक एक नई पहचान दी। इसके बाद मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी, खिलाड़ियों का खिलाड़ी और मोहरा जैसी फिल्मों ने अक्षय को एक एक्शन हीरो के रूप में स्थापित कर दिया।

खिलाड़ी श्रृंखला और एक्शन हीरो की छवि
1990 के दशक में अक्षय कुमार ने मुख्यतः एक्शन फिल्मों में काम किया और उन्हें “बॉलीवुड का मार्शल आर्ट्स हीरो” भी कहा जाने लगा। उनका स्टंट खुद करना, उनका विशेष स्टाइल बन गया। खिलाड़ी सीरीज की लोकप्रियता ने उन्हें एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया।

हालांकि उन्हें एक समय पर यह आलोचना भी झेलनी पड़ी कि वे केवल एक्शन ही कर सकते हैं और भावनात्मक या गंभीर भूमिकाएं उनके बस की नहीं हैं। मगर अक्षय ने इस धारणा को तोड़ते हुए कई तरह की भूमिकाएं निभाई।

विविधता की ओर कदम
2000 के दशक में अक्षय ने अपनी छवि में बदलाव लाते हुए कॉमेडी और रोमांटिक फिल्मों की ओर रुख किया। हेरा फेरी (2000) में उनकी कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों को चौंका दिया और फिल्म सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद गरम मसाला, फिर हेरा फेरी, मुझसे शादी करोगी, भूल भुलैया, वेलकम, सिंह इज़ किंग जैसी कॉमेडी फिल्मों ने उन्हें एक मल्टी-टैलेंटेड अभिनेता साबित किया।

इसके साथ ही उन्होंने नमस्ते लंदन, वक्त, स्पेशल 26, बेबी, एयरलिफ्ट, रुस्तम, टॉयलेट: एक प्रेम कथा, और पैडमैन जैसी फिल्मों में गंभीर और सामाजिक विषयों को लेकर काम किया और प्रशंसा बटोरी।

राष्ट्रीय पहचान और सम्मान
अक्षय कुमार को उनकी फिल्मों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें 2009 में पद्म श्री पुरस्कार मिला, जो भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

2016 में उन्हें रुस्तम फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया। उनकी फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है, बल्कि सामाजिक संदेश भी दिए हैं।

उनकी फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा स्वच्छ भारत अभियान के समर्थन में थी, जबकि पैडमैन ने माहवारी जैसे सामाजिक वर्जित विषय पर खुलकर बात की।

निजी जीवन
अक्षय कुमार ने 2001 में बॉलीवुड अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना से विवाह किया, जो राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की बेटी हैं। उनके दो बच्चे हैं – बेटा आरव और बेटी नितारा। अक्षय एक पारिवारिक व्यक्ति हैं और अपने परिवार को प्राथमिकता देते हैं।

वह अपने अनुशासन और स्वस्थ जीवनशैली के लिए भी प्रसिद्ध हैं। वे नशा नहीं करते, जल्दी सोते और जल्दी उठते हैं। अपने फिटनेस रूटीन और जीवनशैली के कारण वे आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।

देशभक्ति और समाज सेवा
अक्षय ने समय-समय पर देश और समाज के लिए योगदान दिया है। उन्होंने भारतीय सेना और शहीदों के परिवारों की मदद के लिए कई पहलें शुरू कीं, जैसे भारत के वीर प्लेटफ़ॉर्म, जहां आम लोग शहीदों के परिवारों को सीधे आर्थिक मदद कर सकते हैं।

कोविड-19 महामारी के दौरान भी अक्षय ने PMCares फंड में करोड़ों रुपये का दान दिया और अन्य राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।

उद्यमिता और अन्य पहलें
अक्षय कुमार न केवल एक अभिनेता हैं, बल्कि एक सफल उद्यमी भी हैं। उन्होंने प्रोडक्शन कंपनी हरिओम एंटरटेनमेंट और केप ऑफ गुड फिल्म्स की स्थापना की। उन्होंने मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण केंद्र भी खोले हैं ताकि युवाओं को आत्मरक्षा सिखाई जा सके।

वे फिटनेस ऐप्स, हेल्थ ब्रांड्स और फैशन उत्पादों में भी निवेश करते हैं।

आलोचनाएं और विवाद
अक्षय पर यह आरोप भी लगे कि वे कनाडा की नागरिकता रखते हैं, जबकि भारत में देशभक्ति पर आधारित फिल्में करते हैं। 2019 में उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कनाडाई पासपोर्ट इसलिए लिया था क्योंकि करियर की शुरुआत में उन्हें फिल्मों में काम नहीं मिल रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि अब वे भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं, और 2023 में उन्होंने इसकी पुष्टि भी की।

इसके अलावा कुछ विज्ञापनों और ब्रांड एंडोर्समेंट को लेकर भी वे विवादों में रहे, जैसे तंबाकू से जुड़े ब्रांड के विज्ञापन पर जनता की नाराजगी।

वर्तमान स्थिति और भविष्य
2020 के बाद अक्षय कुमार की फिल्मों की सफलता थोड़ी अनियमित रही, लेकिन उन्होंने लगातार काम करना जारी रखा। उन्होंने सूर्यवंशी, राम सेतु, सम्राट पृथ्वीराज, सेल्फी, ओएमजी 2 जैसी फिल्मों में अभिनय किया।

अक्षय की सबसे बड़ी विशेषता उनकी कार्यक्षमता है — वे हर साल 3-4 फिल्में रिलीज करते हैं, जो उन्हें बॉलीवुड के सबसे व्यस्त और मेहनती अभिनेताओं में शामिल करती है।

निष्कर्ष
अक्षय कुमार का जीवन एक प्रेरणा है कि कैसे साधारण पृष्ठभूमि से आने वाला व्यक्ति मेहनत, अनुशासन और लगन से सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है। वे एक बेहतरीन अभिनेता, पारिवारिक इंसान, देशभक्त और समाजसेवी हैं।

आज जब वे 30 से अधिक वर्षों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं, तब भी उनकी ऊर्जा, स्टाइल और समर्पण नए कलाकारों के लिए मिसाल है। अक्षय कुमार ने खुद को समय के साथ ढालते हुए हर दशक में एक नया मुकाम बनाया है — और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।

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