मोहाली, 26 मई 2025 – पंजाब की मिट्टी से निकले एक और युवा कलाकार ने अपनी लेखनी और भावनाओं से संगीत प्रेमियों के दिलों को छूने की तैयारी कर ली है। उभरते हुए गायक और गीतकार गुरदीप मेवी अपना पहला आधिकारिक गाना ‘दबी नी कलम’ 31 मई 2025 को रिलीज़ करने जा रहे हैं। यह गाना दिवंगत सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि के रूप में पेश किया जा रहा है, जिनकी मृत्यु 29 मई 2022 को हुई थी।
‘दबी नी कलम’ एक ऐसा ट्रैक है जो न सिर्फ सिद्धू मूसेवाला के फैंस के दिलों को छुएगा, बल्कि नए कलाकारों के जज़्बात और जुनून को भी दर्शाएगा। यह गाना एक तरह से उस पीढ़ी की आवाज़ है, जिसने सिद्धू मूसेवाला को केवल एक सिंगर नहीं, बल्कि एक आइकन के रूप में देखा।
निर्माण से लेकर रिलीज़ तक – एक भावनात्मक सफर
इस गाने का निर्माण गूरुपराम रिकॉर्ड्स के बैनर तले किया गया है, जो गुरदीप मेवी ने अपनी माता परमजीत कौर जी के सम्मान में शुरू किया है। गाने का निर्देशन जस सांपला ने किया है, जबकि संगीत संयोजन का जिम्मा जेके म्यूजिक ने निभाया है। सिनेमैटोग्राफी प्रभ रामगढ़िया द्वारा की गई है, और फतेह सिंधू ने इसका संपादन किया है। गाने का पोस्टर डिज़ाइन अजय ठाकुर ने तैयार किया है।
डिजिटल मार्केटिंग की जिम्मेदारी सागर गिरन संभाल रहे हैं, जबकि प्रचार अभियान का नेतृत्व क्रिएटिव मौदगिल कर रहे हैं। इस टीम वर्क में भावनाओं की गहराई साफ़ झलकती है।
सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता का आशीर्वाद
गाने को लेकर एक बेहद खास बात यह है कि सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता, विशेष रूप से उनके पिता श्री बलकौर सिंह, ने इस गाने को न केवल आशीर्वाद दिया है, बल्कि इसमें दिखाई गई श्रद्धांजलि की सराहना भी की है। यह समर्थन इस गाने को और भी खास बना देता है, क्योंकि इससे यह स्पष्ट होता है कि गुरदीप मेवी का प्रयास केवल प्रसिद्धि के लिए नहीं, बल्कि सच्ची भावना से प्रेरित है।
गुरदीप मेवी की कहानी – एक जुनूनी कलाकार का सफर
5 अक्टूबर 2001 को पंजाब के चोलता खुर्द, खरड़ में जन्मे गुरदीप मेवी को बचपन से ही संगीत का शौक रहा है। उन्होंने 23 अक्टूबर 2024 को अपने संगीत सफर की औपचारिक शुरुआत की और तब से अब तक 70 से अधिक गाने लिख चुके हैं, जो उनकी लेखनी की ताकत और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
‘दबी नी कलम’ उनका पहला डेब्यू सिंगल है, लेकिन इसे सुनने के बाद कोई भी कह सकता है कि ये केवल एक शुरुआत है – एक लंबे और सफल संगीत सफर की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ औपचारिक ऐलान
आज मोहाली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस गाने की रिलीज़ डेट 31 मई 2025 की आधिकारिक घोषणा की गई। इस मौके पर विभिन्न प्रतिष्ठित चैनलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम में गाने से जुड़े प्रदर्शन, इसके निर्माण प्रक्रिया की चर्चा और सिद्धू मूसेवाला से जुड़ी भावनाओं को विस्तार से साझा किया गया।
गुरदीप मेवी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सिद्धू मूसेवाला मेरे लिए एक प्रेरणा हैं। उनका अंदाज़, उनकी सच्चाई और उनकी सोच मेरे दिल के बहुत करीब है। ‘दबी नी कलम’ मेरा व्यक्तिगत श्रद्धा सुमन है, जिसे मैं पूरी ईमानदारी से पेश कर रहा हूं।”
क्या है ‘दबी नी कलम’ का संदेश?
यह गाना उस लेखनी की बात करता है जिसे कभी आवाज़ नहीं मिली। जो बोल अंदर ही दबे रह गए, उन्हें गुरदीप ने शब्दों और सुरों में ढाल दिया है। यह एक ऐसा भावनात्मक गीत है, जिसमें हर पंक्ति सिद्धू की यादों से जुड़ी है – उनके संघर्ष, उनके विचार और उनका असर।
आगामी योजनाएं
‘दबी नी कलम’ के बाद गुरदीप मेवी और भी गानों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह शुरुआत है और वे अपने लेखन और गायन दोनों को लेकर गंभीर हैं। भविष्य में वे सामाजिक मुद्दों और युवाओं की सोच को आवाज़ देने वाले गाने लेकर आएंगे।
निष्कर्षतः, ‘दबी नी कलम’ केवल एक गाना नहीं, एक भावनात्मक दस्तावेज़ है – सिद्धू मूसेवाला के लिए, पंजाबी संगीत के लिए और उन तमाम युवाओं के लिए, जो अपने जज़्बातों को गीतों में ढालना चाहते हैं। गुरदीप मेवी का यह प्रयास आने वाले समय में एक नई लहर ला सकता है।
गाना 31 मई 2025 को यूट्यूब और सभी म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज़ किया जाएगा।
